बेफिक्र बेपरवाह
हँसता
गुदगुदाता
मेरा मसख़रा
ये दिल ही तो है
सपनों से उलझता
हुनर को ढूँढता
उन्मुक्त आवारा
ये दिल ही तो है
पथराई आँखों में
उमीदों के सागर में
डूबता तैरता
ये दिल ही तो है
खुद टूट कर भी
जिन्दगी से जुड़ता
एक सिर्फ बहादुर
ये दिल ही तो है
क्यूँ न ख्याल करूँ मैं
नादानों
कि भीड़ में
समझदार बेचारा
ये दिल ही तो है
-- प्रियाशी
बेफिक्र बेपरवाह
हँसता
गुदगुदाता
मेरा मसख़रा
ये दिल ही तो है
सपनों से उलझता
हुनर को ढूँढता
उन्मुक्त आवारा
ये दिल ही तो है
पथराई आँखों में
उमीदों के सागर में
डूबता तैरता
ये दिल ही तो है
खुद टूट कर भी
जिन्दगी से जुड़ता
एक सिर्फ बहादुर
ये दिल ही तो है
क्यूँ न ख्याल करूँ मैं
नादानों
कि भीड़ में
समझदार बेचारा
ये दिल ही तो है
-- प्रियाशी