यूँ तो कहते रहे सब कुछ लुटा सकता हूँ मैं तुम पर
जरा सा हक़ मांग लिया मैंने तुम पर तो ख़फ़ा हो गए
ख्वाहिशें मुक्कमल करने की बात करते थे तुम
जरा सा वक़्त माँग लिया मैंने तुम्हारा तो खफ़ा हो गए
रूह की रूह से मिलन की बात करते थे तुम
दिल में थोड़ी सी जगह मांग ली मैंने तो खफ़ा हो गए
ता उम्र ना थमने वाली बातें थी हमारी
चंद सवाल पूछ लिए मैंने तो खफ़ा हो गए
क्या ही बात करूँ मैं अपने दिल की तुमसे
के आज मुझसे मेरे अलफ़ाज़ खफ़ा हो गए
सबब इश्क़ का यूँ सिखाया तुमने
के मुझसे मेरे एहसास खफ़ा हो गए
-- प्रियाशी
Truely heart touching..
ReplyDeleteThanks Pragya :)
DeleteSomething I should have written for someone..!!!
ReplyDeletePLs write... will be waiting for your post :)
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